वो अभी कल ही तो गए हमें यूं छोड़कर और आज हम फिर से प्यार में पड़ गए,
कल उनके साथ से प्यार था और आज उनके एहसास से।
ये प्यार भी कितना अजीब होता है ना,
और हम लिखने वाले तो और भी अजीब!!
पहले शामें उनसे मिलने में गुजरती थी,
और अब उन्हें लिखने में।।
वैसे दोनों का अपना ही मज़ा है,
पहले कहानी उनके हिसाब से चलती थी,
और अब हमारे हिसाब से।।
ख़ैर अब समझ आया कि ये प्यार भी कितना अजीब होता है,
और हम लिखने वाले तो और भी अजीब।।
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